जरा सुनिए! क्या आप भी खा रहे काजू? कहीं वह नकली तो नहीं, फटाफट जान लीजिए
How To Identify Real And Fake Cashew Nuts
How To Identify Real And Fake Cashew Nuts : आज का जमाना वो है कि जब कोई भी चीज असली के साथ-साथ नकली प्रारूप में भी धड़ल्ले से बिक रही है| मतलब बेची जा रही है| इसलिए अगर आप इस ख्याल में हैं कि ड्राई फ्रूट्स (Dry Fruits) में क्या ही नकली होगा? तो इस ख्याल को फौरन अपने दिल-दिमाग से बाहर निकाल दीजिए और सजग हो जाइए| वरना कहीं ऐसा न हो कि जिन महंगे ड्राई फ्रूट्स को आप सेहत बनाने के लिए घर लाते हैं और बेहद चाव से खाते हैं, वह उल्टा आपकी सेहत बिगाड़ कर रख दें और फिर पछताने के अलावा आपके पास कोई चारा न बचे|
ड्राई फ्रूट्स के असली-नकली (Real and Fake Dry Fruits) की जानकारी होना इसलिए भी जरुरी है क्योंकि ड्राई फ्रूट्स का चलन किसी बीमारी या आमतौर पर तो ही है| इसके साथ ही ड्राई फ्रूट्स का उपयोग शादियों में और गिफ्ट के तौर पर भी प्रमुखता से किया जाता है| जैसे कि अभी दिवाली आ गई है और इस मौके पर गिफ्ट्स के रूप में लोग एक-दूसरे को ड्राई फ्रूट्स देंगे|
ड्राई फ्रूट्स में बात काजू की
अगर हम आपसे कहें कि ड्राई फ्रूट्स में शामिल काजू नकली हो सकता है तो आप क्या सोचेंगे? पहली बार में शायद विश्वास न करें| मगर जनाब नकली होने के दायरे से काजू भी अछूता नहीं रहा है| बताया जा रहा है कि कुछ इलाकों में घटिया और नकली काजू की अवैध तरीके से बिक्री की जा रही है। हो न हो यह काजू आप तक भी पहुंच सकता है| इन काजू को खाने से सेहत बिगड़ने का खतरा पैदा हो गया है। बताते हैं कि, बड़ी चालाकी के साथ नकली काजू असली बताकर लोगों को थमाए जा रहे हैं और लोग जान नहीं पा रहे हैं|
कैसे करें असली और नकली काजू में पहचान
अगर काजू घटिया और नकली है तो उसकी पहचान कैसे करनी चाहिए? बतादें कि, काजू का वास्तविक रंग सफेद चमचमाता हुआ होता है। अगर खरीदते समय आपको लगे कि इसका रंग सफेद की जगह हल्का पीला है तो उसे बिल्कुल न खरीदें। इस बीच काजू में घुन या सुंडी दिखे तो बिल्कुल न खरीदें। काजू के क्वालिटी की पहचान उसका मोटा और एक इंच लंबा होना है। काजू अगर अच्छी क्वालिटी का है तो उसे सूंघने पर भीनी खुशबू आती है। अगर आपको लगे कि काजू में तेल सी महक है तो उसे बिल्कुल न खरीदें। अच्छा काजू दांतों में चिपकता नहीं है मगर नकली वाला दांतो में चिपकता है।
काजू के फायदे क्या हैं?
बताया जाता है कि, असल काजू में कैल्शियम और मैग्नीशियम की खूब मात्रा पाई जाती है| काजू खाने से हड्डियां मजबूत होती हैं। फेफड़ों को ताकत पहुंचती है| अगर आप डायबिटीज से पीड़ित हैं तो आपके लिए काजू फायदेमंद हो सकता है। काजू शरीर में ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल रखता है। अगर आपको अपना पाचन सही रखना है तो आपको सीमित मात्रा में काजू जरूर खाना चाहिए। काजू में मौजूद फाइबर गैस और कब्ज की समस्या को दूर करता है। काजू वजन घटाने में भी सहायक है। 3-4 काजू रोजाना खाते हैं तो आपका वजन भी कंट्रोल में रहता है। काजू खाने से त्वचा पर झुर्रियां नहीं आतीं| काजू में विटामिन ई और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण भी पाए जाते हैं।
भारत में सबसे ज्यादा काजू कहां पाया जाता है
जानकारी के अनुसार, भारत दुनिया में 20 प्रतिशत से अधिक काजू का उत्पादन करता है। राज्यों की बात करें तो केरल और महाराष्ट्र में काजू का उत्पादन सबसे ज्यादा होता है| इसके अलावा आंध्र प्रदेश, ओडीशा, कर्नाटक और तमिलनाडु में भी काजू का उत्पादन होता है|
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